मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में 7 महिलाओं को मंत्री बनने का मिला मौका
Story by रईस आलम
नई केंद्रीय मंत्रिपरिषद के लिए शपथ ग्रहण का कार्यक्रम रविवार को पूरा हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस नए मंत्रिपरिषद में कुल सात महिलाओं को शामिल किया गया है, जिनमें दो महिलाओं को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। आपको ये भी बता दें कि मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में कुल 10 महिलाओं को मंत्री बनाया गया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार, साध्वी निरंजन ज्योति, दर्शना जरदोश, मीनाक्षी लेखी और प्रतिमा भौमिक को 18वीं लोकसभा की मंत्रिपरिषद में जगह नहीं मिली। 2024 के आम चुनाव में 74 महिला उम्मीदवारों ने जीत दर्ज है। जबकि 2019 में 78 महिलाएं निर्वाचित होकर संसद पहुंची थीं।
इन महिलाओं को केंद्र में बनाया गया है मंत्री-
निर्मला सीतारमण - राज्यसभा सदस्य निर्मला सीतारमण पिछली सरकार में केंद्रीय वित्त मंत्री थीं। यह केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनका लगातार तीसरा कार्यकाल है। वह मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रक्षामंत्री भी रह चुकी हैं। निर्मला सीतारमण भाजपा की मजबूत नेता मानी जाति हैं।
अन्नपूर्णा देवी - झारखंड की ओबीसी नेता अन्नपूर्णा देवी केंद्रीय मंत्रिमंडल में दूसरी महिला हैं। उन्हें राज्य में कुछ दिनों बाद होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी को मजबूत करने में प्रमुख नेता के रूप में देखा जा रहा है। वह पहले राजद से जुड़ी थीं। उनके पति के निधन के बाद बीजेपी में शामिल हो गईं।
सावित्री ठाकुर - मध्य प्रदेश की प्रमुख आदिवासी नेता सावित्री ठाकुर (46) ने रविवार को राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। 2019 में उन्हें टिकट नहीं दिया गया। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में धार सीट से जीत हासिल की।
निमुबेन बाभंणिया - गुजरात के भावनगर में अपने प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी के उमेश मकवाना को 4.55 लाख मतों के बड़े अंतर से हराने वालीं नीमूबेन बंभानिया मोदी कैबिनेट में राज्य मंत्री के रूप में शामिल की गई हैं। वह बीजेपी के टिकट पर गुजरात से जीतने वाली तीन महिलाओं में से एक हैं। नीमूबेन बंभानिया पहले टीचिंग फिल्ड में थीं। इसके अलावा वह 2009-10 और 2015-18 के बीच दो कार्यकालों के लिए भावनगर के मेयर के रूप में कार्य किया और 2013 और 2021 के बीच बीजेपी महिला मोर्चा की राज्य इकाई की उपाध्यक्ष थीं।
रक्षा खडसे (बीजेपी): मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में सबसे युवा मंत्री के रूम में रक्षा खडसे को शामिल किया गया है। इन्हें युवा मामले और खेल मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया है। खडसे मात्र 26 साल में पहली बार सांसद बनी थीं। राज्य मंत्री रक्षा खडसे (37) पूर्व बीजेपी नेता एकनाथ खडसे की बहू हैं। खडसे के पास कंप्यूटर साइंस में बीएससी की डिग्री है।
शोभा करंदलाजे - कर्नाटक की बड़ी नेता शोभा करंदलाजे (57), पहले केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री थीं। राज्य के बीजेपी के कद्दावर नेता बीएस येदियुरप्पा की करीबी विश्वासपात्र करदलाजे तीन बार लोकसभा सदस्य रही हैं।
अनुप्रिया पटेल - केंद्रीय मंत्रिपरिषद में वापसी करने वाली अनुप्रिया पटेल अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कुर्मी समुदाय की एक प्रमुख नेता है और अपना दल के संस्थापक स्वर्गीय डॉ. सोनेलाल पटेल की बेटी है। पिछली सरकार में वे वाणिज्य राज्य मंत्री थीं। उन्होंने उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर सीट पर समाजवादी पार्टी के रमेश चंद बिंद को 37,810 मतों के अंतर से हराया।